किसी लुटेरे ने नहीं मुझे तो तेरी सादगी ने लुटलिया
किसी वक़्त ने नहीं मुझे तो तेरे इंतज़ार ने मार्डिया
किसी खंजर ने नहीं मुझे तो तेरे अल्फाज़ो ने ज़ख्मीकिया ,
अरे अब तो गुस्सा छोड़ दे मुझे तेरी ख़ामोशी ने मार दिया
महकती बहारो में तुम्हे फूलों की तरह देखा है , बरसते सावन में तुम्हे बूँदो की तरह देखा है , सजा रखे है जो ख्वाब अपनी ज़िन्दगी की रहो में , उन रहो में तुम्हे अपनी दुल्हन बनते देखा है .
तुम्हारी इस तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू ,
अपने दोस्त को क्या उपहार दू ,
कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाता ,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू
तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!
दुआ है खुद से , बना दे तुझे मेरा . Subah hoti hai
meri, tere naam se, din jaata hai apne kaam se. Sham hote hi phir
khayal aata hai tera, dua hai khuda se, bana de tujhe mera.
पत्नी को शादी के कुछ साल बाद ख्याल आया, कि अगर वो अपने पति को छोड़ के चली जाए तो पति कैसा महसूस करेगा। ये विचार उसने कागज पर लिखा , " अब मै तुम्हारे साथ और नहीं रह सकती, मै उब गयी हूँ तुम्हारे साथ से, मैं घर छोड़ के जा रही हूँ हमेशा के लिए।” | उस कागज को उसने टेबल पर रखा और जब पति के आने का टाइम हुआ तो उसकी प्रतिक्रिया देखने के लिए बेड के नीचे छुप गयी। | पति आया और उसने टेबल पर रखा कागज पढ़ा। कुछ देर की चुप्पी के बाद उसने उस कागज पर कुछ लिखा। | फिर वो खुशी की सिटी बजाने लगा, गीत गाने लगा, डांस करने लगा और कपड़े बदलने लगा। | फिर उसने अपने फोन से किसी को फोन लगाया और कहा | " आज मै मुक्त हो गया " शायद मेरी मूर्ख पत्नी को समझ आ गया की वो मेरे लायक ही नहीं थी, | इसलिए आज वो घर से हमेशा के लिए चली गयी, इसलिए अब मै आजाद हूँ, तुमसे मिलने के लिए, मैं आ रहा हूँ कपडे बदल कर तुम्हारे पास, तुम तैयार हो के मेरे घर के सामने वाले पार्क में अभी आ जाओ ”। | पति बाहर निकल गया, | आंसू भरी आँखों से पत्नी बेड के नीचे से निकली और कांपते हाथों से कागज पर लिखी लाइन पढ़ी | जिसमे लिखा था, | " बेड के नीचे से पैर दिख रहे है बावली पार्क के पास वाली दुकान से ब्रेड ले के आ रहा हूँ | तब तक चाय बना लेना। | मेरी जिंदगी में खुशियां तेरे बहाने से है.... | आधी तुझे सताने से है, | आधी तुझे मनाने से है । ♥♥
जहाँ याद ना आये तेरी , वह तन्हाई किस काम की . बिगड़े रिश्ते ना बने , तो खुदाई किस काम की . बेशक अपनी मंज़िल तक जाना है हमें , लेकिन जहां से अपने ना दिखें , वह ऊंचाई किस काम की !
इश्क़ पाने की तमन्ना में सनम , ज़िन्दगी बर्बाद बनकर रह गयी , जिस सूरत को दिल में बसाया था कभी , आज वह सूरत एक याद बनकर रह गयी .
मोहब्बत में मिली तन्हाई का ,
यह आलम भी कितना अजीब होता है ,
हज़ारो अपने हो साथ हमारे ,
फिर भी वो शख्स याद आ ही जाता है . Mohabbat mein mili tanhaai ka,
Yeh aalam bhi kitna ajeeb hota hai,
Hazaaro apne ho sath hamare,
Fir bhi wo shaks yaad aa hi jata hai.
ज़िन्दगी हो जाये सुहानी , नए साल में बात हो दिल की ज़ुबानी , नए साल में हर दिन हसीं और , राते रोशन हो खुशियो की हो रवानी , नए साल में हर किसी के दिल में हो , सबके लिए प्यार पूरी हो अधूरी कहानी , नए साल में करते है हम ये दुआ , सर को झुककर मिले गरीब को रोटी और पानी , नए साल में पुराना साल हो रहा है , सबसे दूर ख़त्म हो नफरतो की कहानी , नए साल में . HAPPY NEW YEAR
आरम्भ का अंत हो जाना नया साल है …! गिनती का नंबर बदल जाना नया साल है …! वर्तमान का इतिहास बन जाना नया साल है …! उदय होते हुए सूरज का ढल जाना नया साल है …! खिल के फूल का डाल से उतर जाना नया साल है …! दे के जनम माँ का आँचल ममता से भर जाना नया साल है …! एक दर्द भूल कर सुख को पहचान जाना नया साल है …!