Sunday, December 14, 2014

किस दीवाने की बात करते हो

आशियाने  की  बात  करते  हो
दिल  जलने  की  बात  करते  हो ,

साड़ी  दुनिया  के  रंज -ओ -गम  दे  कर ,
मुस्कुराने  की  बात  करते  हो .

हम  को  अपनी  खबर  नहीं  यारों ,
तुम  ज़माने  की  बात  करते  हो ,

जिक्र्र  मेरा  सुना  तो  चिढ  के  कहा ,
किस  दीवाने  की  बात  करते  हो .

हादसा  था  गुज़र  गया  होगा ,
किस  के  जाने  की  बात  करते  हो .

कोई दिल से नहीं मिलता

सभी  को  सब  कुछ  नहीं  मिलता ,
नदी  की  हर  लहर  को  साहिल  नहीं  मिलता ,
यह  दिल  वालों  की  दुनिआ  है  दोस्त ,
किसी  से  दिल  नहीं  मिलता  तो  कोई  दिल  से  नहीं  मिलता

तन्हाई किस काम की

जहाँ   याद   न  आये  तेरी
वह  तन्हाई  किस  काम  की
बिगड़े  रिश्ते  न  बने ,
तो  खुदाई  किस  काम  की .
बेशक  अपनी  मंज़िल  तक  जाना  है  हमें ,
लेकिन  जहां  से  अपने  न  दिखें ,
वह  ऊंचाई  किस  काम  की !