Monday, December 28, 2015

मेरी जिंदगी में खुशियां तेरे बहाने से है

पत्नी को शादी के कुछ साल बाद ख्याल
आया,
कि अगर वो अपने पति को छोड़ के चली
जाए तो पति
कैसा महसूस करेगा।
ये विचार उसने कागज पर लिखा , " अब मै तुम्हारे साथ और नहीं रह सकती,
मै उब गयी हूँ तुम्हारे साथ से,
मैं घर छोड़ के जा रही हूँ हमेशा के लिए।”
|
उस कागज को उसने टेबल पर रखा और जब
पति के आने का टाइम हुआ तो उसकी प्रतिक्रिया देखने के
लिए बेड के नीचे
छुप गयी।
|
पति आया और उसने टेबल पर रखा कागज
पढ़ा। कुछ देर की चुप्पी के बाद उसने उस कागज पर
कुछ लिखा।
|
फिर वो खुशी की सिटी बजाने लगा, गीत
गाने लगा,
डांस करने लगा और कपड़े बदलने लगा। |
फिर उसने अपने फोन से किसी को फोन
लगाया और कहा
|
" आज मै मुक्त हो गया " शायद मेरी मूर्ख
पत्नी को समझ आ गया की वो मेरे लायक ही नहीं थी,
|
इसलिए आज वो घर से हमेशा के लिए चली
गयी,
इसलिए अब मै आजाद हूँ,
तुमसे मिलने के लिए, मैं आ रहा हूँ कपडे बदल कर तुम्हारे पास, तुम तैयार हो के मेरे
घर के सामने
वाले पार्क में अभी आ जाओ ”।
|
पति बाहर निकल गया,
| आंसू भरी आँखों से पत्नी बेड के नीचे से
निकली और कांपते
हाथों से कागज पर लिखी लाइन पढ़ी
|
जिसमे लिखा था,
| " बेड के नीचे से पैर दिख रहे है बावली पार्क
के पास वाली
दुकान से ब्रेड ले के आ रहा हूँ
|
तब तक चाय बना लेना।
| मेरी जिंदगी में खुशियां तेरे बहाने से है....
|
आधी तुझे सताने से है,
|
आधी तुझे मनाने से है । ♥♥

Monday, December 21, 2015

कुछ दिल का रिश्ता ऐसा है आप से

 जब  तक  लफ्ज़  वज़ू  नहीं  करते ,

हम  आपकी  गुफ्तगू  नहीं  करते ,

कुछ  दिल का  रिश्ता  ऐसा  है  आप  से ,

जिस  दुआ  में  आप  न हों ,

हम  ऐसी  दुआ  नहीं  करते …


Jab tak lafz wazu nahi karte,


Hum aapki guftagu nahi karte,

Kuch dil ka rishta aisa hai ap se,

Jis dua mein ap na hon,

Hum aisi dua nahi karte…

हर कोई दीवाना ना होता

 इश्क़  ओ  जज़्बा  है  जो  हर  किसीके  पास  नही  होता

अगर  होता  तो  हर  कोई दीवाना  ना  होता 


Ishq o jazba hai Jo har kisike pass nhi hota

Agar hota to har koi deewana na hota

Thursday, October 1, 2015

कौन है जो ज़िन्दगी से मजबूर नहीं

 
 कौन  है  जो  मंज़िल से  दूर  नहीं ,

कौन  है  जो  ज़िन्दगी  से  मजबूर  नहीं ,

गुनाह  तो सभी  करते  हैं ,

हमारी  नज़र  में  तो खुद  भी  बेक़सूर  नहीं .
Kaun hai jo manzil se door nahin,

Kaun hai jo zindagi se majboor nahin,

Gunaah to sabhi karte hain

Humari nazar mein to khuda bhi bekasoor nahi.

Monday, July 6, 2015

एक लम्हा भी ना लगा खोने में उसको

 
दरगुज़र  उसकी  हर  खता  कर  दी  हमने

उसके  हक़  में  आज  फिर  दुआ  कर  दी  हमने

एक लम्हा  भी  ना लगा  खोने  में  उसको

जिसको  पाने  में  हर  इन्तहा  कर  दी  हमने ..!!

Sunday, July 5, 2015

आँखों में बस नमी छोड़ जाती है

 
मोहब्बत  का  क्या  है  कभी  भी  हो  जाती  है ,
हर  किसी  की  आँखों  में  बस  नमी  छोड़  जाती  है ,
हमने  की  मोहब्बत  तो  हाल  हुआ  ऐसा ,
तारो  के   बीच  एक  शाम  गुज़रता  हो  जैसा

करके मोहब्बत कोई नहीं बचेगा

 
किसी  को  मोहब्बत  की  सच्चाई  मार  डालेगी ,
किसी  को  मोहब्बत  की   गेहराई  मार  डालेगी ,
करके  मोहब्बत  कोई  नहीं  बचेगा ,
जो  बच गया  उसे  तन्हाई  मार  डालेगी

हर चाहने वालो का दिल तेरी इन सूरत पे मचल जायेगे

 
तेरी इस सूरत पे मोम क्या, पत्थर भी पिघल जायेगे 
हर चाहने वालो का दिल ,तेरी इन सूरत पे मचल जायेगे

Tuesday, June 30, 2015

जहाँ याद ना आये तेरी वह तन्हाई किस काम की

 pic of lonely couplesको लागि तस्बिर परिणाम
जहाँ  याद  ना आये   तेरी ,
वह  तन्हाई  किस  काम  की .
बिगड़े  रिश्ते  ना  बने ,
तो  खुदाई  किस  काम  की .
बेशक  अपनी  मंज़िल  तक  जाना  है  हमें ,
लेकिन  जहां  से  अपने  ना  दिखें ,
वह  ऊंचाई  किस  काम  की !
 
इश्क़  पाने  की  तमन्ना  में  सनम ,
ज़िन्दगी  बर्बाद  बनकर रह  गयी ,
जिस सूरत  को  दिल  में  बसाया  था  कभी ,
आज  वह  सूरत  एक  याद  बनकर  रह  गयी .



Monday, June 29, 2015

दुआ करेंगे आपके वास्ते


 मेरी  तन्हाई  का  मुझे  गिला  नहीं ,
क्या  हुआ  जब  कोई  मुझे  मिला  नहीं ,
फिर  भी  दुआ  करेंगे  आपके  वास्ते ,
आप  को  वो  सब  मिले , जो  मुझे  मिला  नहीं .

वो शख्स याद आ ही जाता है

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मोहब्बत  में  मिली  तन्हाई का ,
यह  आलम  भी  कितना  अजीब  होता  है ,
हज़ारो  अपने  हो  साथ  हमारे ,
फिर  भी  वो  शख्स  याद  आ  ही  जाता  है .
Mohabbat mein mili tanhaai ka,
Yeh aalam bhi kitna ajeeb hota hai,
Hazaaro apne ho sath hamare,
Fir bhi wo shaks yaad aa hi jata hai.


Saturday, April 18, 2015

मैं दिल हूँ मेरी धड़कन तुम हो

 
मैं  फूल  हूँ  मेरी  खुशबु  तुम  हो ,
मैं  दिल  हूँ  मेरी  धड़कन  तुम  हो …!!

मैं  जान  हूँ  मेरी रूह  तुम  हो ,
मैं  जिस्म  हूँ  मेरी  ज़िन्दगी  तुम  हो …!!

मैं  अक्स  हूँ  मेरी  हक़ीक़त  तुम  हो,
मैं  साया  हूँ  मेरी  सूरत  तुम  हो …!!!

मैं  लब हूँ  मेरी बात  तुम  हो ,
मैं  तब  हु  मुकमल  जब   मेरे साथ  तुम  हो ..!!

क्युकी तुम  ही हो  अब  तुम  ही  हो  ज़िन्दगी  अब  तुम  ही  हो .

आजा मेरी बहो में सनम तुझे बेपनाह प्यार दू

 
तेरी  ज़ुल्फो  की   छॉव में  मैं  ज़िन्दगी  गुज़ार दू ,
आजा  मेरी  बहो  में  सनम  तुझे  बेपनाह  प्यार  दू ..!!

दुनिया  की  धुप  तुझको  छू  भी  ना पायेगी ,
इस  कदर  से  तुझपे  दो  जहाँ  मैं  वॉर  दू …!!

मैं  गरीब  हु  दौलत  नहीं  इन  सिक्को  की  मेरे  पास
मगर  खज़ाने  अपने  प्यार  की तुझे  बेशुमार  दू ..!!

तेरे  रूप  में  मैं  जाऊ  अपनी  ज़िन्दगी  लूटा  सनम …
मेरा  बस  चले  तो  तुझपे  एक  बार  नही  हज़ार  बार  अपनी  ज़िंदगी  वार  दू ..!!

जब मुझे तेरी बाहों में सहारा मिल गया

 
मुझको  फिर  वही  सुहाना  नज़ारा  मिल  गया ,
नज़रों  को  जो  दीदार  तुम्हारा  मिल  गया ,
और  किसी  चीज़  की  तमन्ना  क्यों  करू ,
जब  मुझे  तेरी  बाहों  में  सहारा  मिल  गया .

Friday, January 2, 2015

तुम से दूर रहूँ मगर कैसे

 
तुम  से  दूर  रहूँ  मगर  कैसे ,
हाल -ए-दिल  भी  कहूँ  मगर  कैसे ,

बहुत  समझाया  इस  पागल  दिल  को  यह  सनम ,
दिल को  मज़बूर  करून  मगर  कैसे ,

कुछ  तो  कहती  है  आँखों  से  वह  भी ,
वह  बात  कागज़  पर  लिखूं  मगर  कैसे ,

वक़्त  की  लहरों  से  मैं  वाकिफ  तो  हूँ ,
वक़्त  के  सफर  को समझूँ  मगर  कैसे ,

हर  ग़म  उठा  लेंगे  साथ  जो  तुम  कहो ,
तुम  बिन  खुद  को  सोचूं  मगर  कैसे ,

तुम  से  दूर  रहूँ  मगर  कैसे ,
हाल -ए-दिल  भी  कहूँ  मगर  कैसे

वास्ता है तुझे मुझ से किये प्यार का

 
मतलब  क्या हुआ  बेरुखी  का ,
है  कौन  मुज़रिम  तेरी  इस  ख़ुशी  का ,

उम्मीद  थी  जिस  से  प्यार  की  हे  खुदा ,
बुझ  गया  वह  चिराग  कभी  का ,

जब  कभी  भी  गुज़रूँगा  तेरी  गलियों  से ,
सब पूछेंगे  वजह मेरी  ख़ामोशी  का ,

न  जाने  कब  रिश्ता  बदल  जाए  प्यार  का ,
अब  भरोसा  नहीं  रहा  मुझे  किसी  मुरीद  का ,

तेरे  वादों  का  जूनून  पास  रहे  मेरे ,
वास्ता  है  तुझे  मुझ  से  किये  प्यार  का

Thursday, January 1, 2015

(बेवफाई सायरी )मशालों की तरह दिल जल रहे हैं

गिलाश  पर  गिलाश  बहुत  टूट  रहे  हैं ,
खुसी  के  प्याले  ग़मों  से  भर  रहे  हैं ,
मशालों  की  तरह  दिल  जल  रहे  हैं ,
जैसे  ज़िन्दगी  में  बदकिस्मती  मिल  रहे  हैं

जिस्म और जान जुदा हो गए आज

जिस्म  और  जान  जुदा  हो  गए  आज ,
वो  मेहँदी  के  रंग  में  खो  गए  आज ,
हमने  चाहा  जिसे  सीदत से ,
वो  उम्र  भर  किसी  और  के  हो  गए  आज