Thursday, April 7, 2011

लकिन आप ख्वाबो में आये यही सोच कर सो लेते है

 याद  आते  है  तो  ज़रा  खो   लेते  है

आसू  आँखों  में  उतर  आये  तो  ज़रा  रो  लेते  है

नींद  आखो  में  आते  नहीं  

लकिन आप  ख्वाबो  में  आये  यही  सोच  कर  सो  लेते  है

हर रोज़ कोई खुवाब टूट जाता है

हर  रोज़  कोई  खुवाब  टूट  जाता  है
हर  रोज़  कोई  अपना  रूठ  जाता  है
ना  जाने  मेरी  किस्मत  मैं  क्या  है
जिसे  मैं  याद  करू वही   मुझे  भूल  जाता  है ..


धुड़ो जरा वो है कहा?

दो दोस्त ,दो दिल ,दो जहा, दोस्ती है कहा ?
यार है ,दिलदार है ,धड़कन की रफतार है ,प्यार है कहा ?
मंजिल है ,संगदिल है ,हर सास में सामिल है ,वो है कहा ?
जो इनायत है, इजाजत है ,मोहबत है,छुपा है कहा?
रस है ,रंग है, दिल का हर एक अंग है, बता है कहा ?
ए मेरे दिल तू बता दे वो  है कहा ?