Tuesday, February 21, 2017

जीते जी जो हमें पहचान न सके

गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके.

प्यार ही जीने की वजह बन जाता है

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है!
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है!
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है!

एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,

माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये

सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए

उनके आने के इंतज़ार में हमनें,
सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए,
उन्होंने सोचा कि मिलने का वादा तो रात का था,
वो सुबह समझ कर वापस चल दिए।

इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है

इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है,
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है!

इश्क गुनाह है तो गलती की हमने

न जिद है न कोई गुरूर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमे।