जब भी तुम पुकारोगे
हम दौड़े चले आयेंगे
कफ़न में लिपटे चिता से उठ के चले आयेंगे
अगर जल गए तो कोई गम नही दोस्त
राख़ बनके हम उड़ते चलाएंगे
हम दौड़े चले आयेंगे
कफ़न में लिपटे चिता से उठ के चले आयेंगे
अगर जल गए तो कोई गम नही दोस्त
राख़ बनके हम उड़ते चलाएंगे
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