प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी
Thursday, April 7, 2011
हर रोज़ कोई खुवाब टूट जाता है
हर रोज़ कोई खुवाब टूट जाता है
हर रोज़ कोई अपना रूठ जाता है
ना जाने मेरी किस्मत मैं क्या है
जिसे मैं याद करू वही मुझे भूल जाता है ..
हर रोज़ कोई अपना रूठ जाता है
ना जाने मेरी किस्मत मैं क्या है
जिसे मैं याद करू वही मुझे भूल जाता है ..
धुड़ो जरा वो है कहा?
दो दोस्त ,दो दिल ,दो जहा, दोस्ती है कहा ?
यार है ,दिलदार है ,धड़कन की रफतार है ,प्यार है कहा ?
मंजिल है ,संगदिल है ,हर सास में सामिल है ,वो है कहा ?
जो इनायत है, इजाजत है ,मोहबत है,छुपा है कहा?
रस है ,रंग है, दिल का हर एक अंग है, बता है कहा ?
ए मेरे दिल तू बता दे वो है कहा ?
यार है ,दिलदार है ,धड़कन की रफतार है ,प्यार है कहा ?
मंजिल है ,संगदिल है ,हर सास में सामिल है ,वो है कहा ?
जो इनायत है, इजाजत है ,मोहबत है,छुपा है कहा?
रस है ,रंग है, दिल का हर एक अंग है, बता है कहा ?
ए मेरे दिल तू बता दे वो है कहा ?
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