इस से ज्यादा क्या रखते है चाहत की उम्मीद
मिटा दिया खुद को तुम्हे पाने के लिए
मर कर भी ना भूल पाएंगे हम
आँख तो बन्द की है सिर्फ ज़माने के लिए .
मिटा दिया खुद को तुम्हे पाने के लिए
मर कर भी ना भूल पाएंगे हम
आँख तो बन्द की है सिर्फ ज़माने के लिए .
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