किसी लुटेरे ने नहीं मुझे तो तेरी सादगी ने लुटलिया
किसी वक़्त ने नहीं मुझे तो तेरे इंतज़ार ने मार्डिया
किसी खंजर ने नहीं मुझे तो तेरे अल्फाज़ो ने ज़ख्मीकिया ,
अरे अब तो गुस्सा छोड़ दे मुझे तेरी ख़ामोशी ने मार दिया
महकती बहारो में तुम्हे फूलों की तरह देखा है , बरसते सावन में तुम्हे बूँदो की तरह देखा है , सजा रखे है जो ख्वाब अपनी ज़िन्दगी की रहो में , उन रहो में तुम्हे अपनी दुल्हन बनते देखा है .
तुम्हारी इस तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू ,
अपने दोस्त को क्या उपहार दू ,
कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाता ,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू
तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!
दुआ है खुद से , बना दे तुझे मेरा . Subah hoti hai
meri, tere naam se, din jaata hai apne kaam se. Sham hote hi phir
khayal aata hai tera, dua hai khuda se, bana de tujhe mera.