शमा जलती है परवाने चले आते है ,
सर के बल इश्क के दीवाने चले आते है ,
अब तो आ जाओ मेरी जान ,के जनाजा उठाने को है ,
लोग तो गैरो को भी दफनाने चले आते है .
सर के बल इश्क के दीवाने चले आते है ,
अब तो आ जाओ मेरी जान ,के जनाजा उठाने को है ,
लोग तो गैरो को भी दफनाने चले आते है .
No comments:
Post a Comment