गिलाश पर गिलाश बहुत टूट रहे हैं ,
खुसी के प्याले ग़मों से भर रहे हैं ,
मशालों की तरह दिल जल रहे हैं ,
जैसे ज़िन्दगी में बदकिस्मती मिल रहे हैं
खुसी के प्याले ग़मों से भर रहे हैं ,
मशालों की तरह दिल जल रहे हैं ,
जैसे ज़िन्दगी में बदकिस्मती मिल रहे हैं