पलकों के किनारे हमने भिगोये ही नहीं ,
वोह सोचते है हम रोये ही नहीं ,
वोह पूछते है ख्वाबों में किसे देखते हो ,
हम है की एक उम्र से सोये ही नहीं ...
प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी
Monday, March 22, 2010
Sunday, March 21, 2010
Saturday, March 20, 2010
Friday, March 19, 2010
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