हिन्दी शायरी in Hindi प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी,love shayari,sad shayari
प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी
Tuesday, June 30, 2015
जहाँ याद ना आये तेरी वह तन्हाई किस काम की
जहाँ याद ना आये तेरी ,
वह तन्हाई किस काम की .
बिगड़े रिश्ते ना बने ,
तो खुदाई किस काम की .
बेशक अपनी मंज़िल तक जाना है हमें ,
लेकिन जहां से अपने ना दिखें ,
वह ऊंचाई किस काम की !
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