कठिन है राह गुजारना थोड़ी दूर साथ चलो
बहुत बरा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चालो
तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है
में जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो
नशे में चूर हूँ में भी तुम्हें भी होश नहीं
बरा मज़ा होगा अगर थोड़ी दूर साथ चलो
ये एक शाम की मुलाक़ात भी जरुरत है
किसे है कल की खबर थोड़ी दूर साथ चलो
अभी तो जाग रहे हैं चिराग राहो के
अभी है दूर सहर थोड़ी दूर साथ चलो
बहुत बरा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चालो
तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है
में जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो
नशे में चूर हूँ में भी तुम्हें भी होश नहीं
बरा मज़ा होगा अगर थोड़ी दूर साथ चलो
ये एक शाम की मुलाक़ात भी जरुरत है
किसे है कल की खबर थोड़ी दूर साथ चलो
अभी तो जाग रहे हैं चिराग राहो के
अभी है दूर सहर थोड़ी दूर साथ चलो
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