मोहब्बत का क्या है कभी भी हो जाती है ,
हर किसी की आँखों में बस नमी छोड़ जाती है ,
हमने की मोहब्बत तो हाल हुआ ऐसा ,
तारो के बीच एक शाम गुज़रता हो जैसा .
हर किसी की आँखों में बस नमी छोड़ जाती है ,
हमने की मोहब्बत तो हाल हुआ ऐसा ,
तारो के बीच एक शाम गुज़रता हो जैसा .
No comments:
Post a Comment