बठे बिठाये याद आये तो क्या करू
दिलसे किसीकी ख्याल नजाए तो क्या करू
टूट चूका हु मई अन्दर से आसू बह रहे है दिलसे
पर ए ओठ मुस्कुराये तो क्या करू
प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी
Friday, March 19, 2010
Thursday, March 18, 2010
Sunday, March 14, 2010
Saturday, March 13, 2010
Thursday, March 11, 2010
दिल हमने दिया तुमको अपना बनाने के लिए
दिल हमने दिया तुमको अपना बनाने के लिए
तन्हा क्यों छोड़ दिया घुट घुट कर मरजाने के लिए
तन्हा क्यों छोड़ दिया घुट घुट कर मरजाने के लिए
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