हिन्दी शायरी in Hindi प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी,love shayari,sad shayari
प्यार भरा सायरी ,दर्दे सायरी
Wednesday, February 22, 2017
साथ निभाना तो बस में है
मोहबत करना बस में नहीं ,
पर हाथ थामना तो बस में है ,
दिल पे किसी का ज़ोर नहीं ,
पर साथ निभाना तो बस में है .
वो मेरे नज़दीक होकर भी दूर थे
मोहब्बत के दरवाज़े पर कोइ परदा न था
पर उनके दिल में नक़ाब था
वो मेरे नज़दीक होकर भी दूर थे।
हम उनके पास आकर लौट चले।
Tuesday, February 21, 2017
जीते जी जो हमें पहचान न सके
गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके.
प्यार ही जीने की वजह बन जाता है
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है!
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है!
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है!
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये
सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए
उनके आने के इंतज़ार में हमनें,
सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए,
उन्होंने सोचा कि मिलने का वादा तो रात का था,
वो सुबह समझ कर वापस चल दिए।
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है,
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है!
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने
न जिद है न कोई गुरूर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमे।
Thursday, September 15, 2016
दिल बात नही मानता
बरबाद कर देती है मोहब्बत
हर मोहब्बत करने वाले को
क्यूकि इश्क़ हार नही मानता
और दिल बात नही मानता
जानते हो मुहब्बत किसे कहते है
जानते हो मुहब्बत किसे कहते है..?
किसी को सोचना,
फ़िर मुस्कुराना और फ़िर आँसू बहाते हुए
सो जाना...!!
Wednesday, June 22, 2016
तू दिल के और भी करीब आने लगा
तुमसे दूरी का एहसास सताने लगा,
तेरे साथ गुज़ारा हर लम्हा याद आने लगा ,
जब भी तुझे भूलने की कोशिश की ऐ दोस्त ,
तू दिल के और भी करीब आने लगा ..
Monday, February 1, 2016
(बेवफाई सायरी )मुझे तेरी ख़ामोशी ने मार दिया
किसी लुटेरे ने नहीं मुझे तो तेरी सादगी ने लुटलिया
किसी वक़्त ने नहीं मुझे तो तेरे इंतज़ार ने मार्डिया
किसी खंजर ने नहीं मुझे तो तेरे अल्फाज़ो ने ज़ख्मीकिया ,
अरे अब तो गुस्सा छोड़ दे मुझे तेरी ख़ामोशी ने मार दिया
(बेवफाई सायरी ) फिर धोका खाने को तयार है दिल
तेरी याद में बेक़रार है दिल
फिर धोका खाने को तयार है दिल
अब यहाँ किसी का गुज़र नहीं होता
इन दिनों एक उजड़ा हुआ फूल है दिल
रोता है तो आँखों से खून गिरता है
किसी की मोहब्बत में गिरफ्तार है दिल
कुछ देर तेरी याद से ग़ाफ़िल हो गया था
अब तो हर पल रहता बेहदार है दिल
तेरी जुदाई में रो -रो के ये तेरी याद में बेक़रार है दिल तेरी याद में बेक़रार है दिल
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